
कालेज कि पढाई से डिग्री तो मिली लेकिन
डिग्री के जो लायक हो वो काम नहीं मिलता
झूठे हैं सबक सारे मकतब में जो सीखे थे
हक राह पे चलने का ईनाम नहीं मिलता
हीरों से भी बढ़कर है मिटटी से भी सस्ता है
दिल बेचने जाओ तो फिर दाम नहीं मिलता
जब तक न 'गज़ाला' तुम खुद को ही बदल डालो
अल्लाह नहीं मिलता और राम नहीं मिलता
~ मरयम ग़ज़ाला
डिग्री के जो लायक हो वो काम नहीं मिलता
झूठे हैं सबक सारे मकतब में जो सीखे थे
हक राह पे चलने का ईनाम नहीं मिलता
हीरों से भी बढ़कर है मिटटी से भी सस्ता है
दिल बेचने जाओ तो फिर दाम नहीं मिलता
जब तक न 'गज़ाला' तुम खुद को ही बदल डालो
अल्लाह नहीं मिलता और राम नहीं मिलता
~ मरयम ग़ज़ाला
Apr 2, 2012| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
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