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Monday, April 6, 2015

वो जो आँखें कहती हैं

वो जो आँखें कहती हैं
लफ्जों में समझाना क्या

तुम हमको पहचानोगे
अपने को पहचाना क्या

दिल भर जाये तो जाने
दामन का भर जाना क्या

खोटे सिक्के का यारों
खोना क्या और पाना क्या

ग़म की दौलत है तो है
दुनिया को दिखलाना क्या

~ जाफ़र रज़ा


  Jan 24, 2012| e-kavya.blogspot.com
  Submitted by: Ashok Singh

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