इस जहां में प्यार महके ज़िंदगी बाक़ी रहे
ये दुआ माँगो दिलों में रोशनी बाक़ी रहे
दिल में मेरे पल रही हैं, ये तमन्ना आज भी
इक समंदर पी चुकूँ और तिश्नगी बाक़ी रहे
आदमी पूरा हुआ तो देवता हो जाएगा
ये ज़रूरी है कि उसमें कुछ कमी बाक़ी रहे
~ देवमणि पांडेय
May 27, 2013 | e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
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