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Friday, November 28, 2014

इस जहां में प्यार महके




इस जहां में प्यार महके ज़िंदगी बाक़ी रहे
ये दुआ माँगो दिलों में रोशनी बाक़ी रहे

दिल में मेरे पल रही हैं, ये तमन्ना आज भी
इक समंदर पी चुकूँ और तिश्नगी बाक़ी रहे

आदमी पूरा हुआ तो देवता हो जाएगा
ये ज़रूरी है कि उसमें कुछ कमी बाक़ी रहे

~ देवमणि पांडेय


   May 27, 2013 | e-kavya.blogspot.com
   Submitted by: Ashok Singh

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