मैं उससे कम ही मिलता हूँ, सुना है मैंने लोगों से
ज़ियादा मेल हो तो दूरियां आती ही आती हैं
कुसूर उसका नहीं, गर वो खुदा खुद को समझता है
जो दौलत हो तो ये खुशफहमियां आती ही आती हैं
अगर बत्तीस हो सीना, पुलिस के काम का है तू
ज़माने भर की तुझको गालियाँ आती ही आती हैं
~ वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
May 29, 2013 | e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
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