जमाल-ए-यार में रंगों का इम्तिज़ाज तो देख
सफ़ेद झूठ है ज़ालिम के सुर्ख होठों पर!
*जमाल=सुंदर; इम्तिज़ाज=मिश्रण; सुर्ख=लाल
~ नामालूम
May 26, 2013 | e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
सफ़ेद झूठ है ज़ालिम के सुर्ख होठों पर!
*जमाल=सुंदर; इम्तिज़ाज=मिश्रण; सुर्ख=लाल
~ नामालूम
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