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Saturday, November 29, 2014

कहने को इस कायनात में

एक, मेरी तरफ से भी ..,

कहने को कायनात में क्या कुछ भी है नहीं,
क्या देखने को रहता तुझे देखने के बाद ♥

ऐ हुस्न कैसी है ये अजब परदे की भी ज़िद,
रख पाये होश कौन तुझे देखने के बाद ♥


~ अशोक सिंह 

   Apr 12, 2013 |e-kavya.blogspot.com
   Submitted by: Ashok Singh

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