एक, मेरी तरफ से भी ..,
कहने को कायनात में क्या कुछ भी है नहीं,
क्या देखने को रहता तुझे देखने के बाद ♥
ऐ हुस्न कैसी है ये अजब परदे की भी ज़िद,
रख पाये होश कौन तुझे देखने के बाद ♥
~ अशोक सिंह
Apr 12, 2013 |e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
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