Disable Copy Text

Wednesday, November 19, 2014

अजीब रात थी कल तुम भी आ के

अजीब रात थी कल तुम भी आ के लौट गए
जब आ गए थे तो पल भर ठहर गए होते।

~ बशीर बद्र
   September 15, 2014

No comments:

Post a Comment