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Wednesday, November 26, 2014

दुनिया रोटी है


कह गए हैं खूब, भाई घूरन।
दुनिया रोटी है और मज़हब चूरन।।

~ अकबर
   June 13, 2013  | e-kavya.blogspot.com
   Submitted by: Ashok Singh

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