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Thursday, November 20, 2014
दौरे-खिजाँ से अब तो
दौरे-खिजाँ से अब तो बहला रहे हैं दिल को,
कांटों में फँस गये हैं, फूलों की दोस्ती में।
*दौरे-खिजाँ=पतझड़ का मौसम
~ आरिक बीकानेरी
Jul 9, 2014
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