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Thursday, November 20, 2014

कहने को लफ्ज दो हैं

कहने को लफ्ज दो हैं, उम्मीद और हरसत,
लेकिन निहां इसी में, दुनिया की दास्तां है।

*निहां=छिपा हुआ

~ नातिक 'लखनवी'
   July 27, 2014

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