Disable Copy Text

Saturday, November 22, 2014

प्रियतम को पतिया लिखूं

प्रियतम को पतिया लिखूं, कहीं जो होय बिदेस।
तन में, मन में, नैन में, ताकौ कहा संदेस !

~ कबीरीय वाणी
   Nov 15, 2013

No comments:

Post a Comment