वो ही महसूस करते हैं, ख़लिश दर्द-ए-मोहबत की
जो अपने आप से बढ़ कर किसी से मोहब्बत करते हैं
*ख़लिश=चिंता, दर्द, चुभन, टीस
~ 'नामालूम'
August 21, 2014
जो अपने आप से बढ़ कर किसी से मोहब्बत करते हैं
*ख़लिश=चिंता, दर्द, चुभन, टीस
~ 'नामालूम'
August 21, 2014
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