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Wednesday, November 19, 2014

कांटे किसी के हक में,

कांटे किसी के हक में, किसी को गुलो-समर,
क्या खूब एहतिमामे-गुलिस्ताँ है आजकल।

*गुलो-समर=फूल और फल; एहतिमाम=प्रबन्ध

~ जिगर मुरादाबादी
   August 22, 2014

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