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Wednesday, November 19, 2014

रही न ताकते-गुफ्तार

रही न ताकते-गुफ्तार, और अगर हो भी
तो किस उम्मीद पै कहिए कि आरजू क्या है?

*ताकते-गुफ्तार=बात कहने की शक्ति

~ मिर्जा 'ग़ालिब'
   August 30, 2014

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