बहार फूलों की, नापायदार कितनी है
अभी तो आई, अभी उड़ गई हँसी की तरह ।
*नापायदार=क्षणभंगुर
~ जलील मानिकपुरी
Nov 16, 2013 | e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
अभी तो आई, अभी उड़ गई हँसी की तरह ।
*नापायदार=क्षणभंगुर
~ जलील मानिकपुरी
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