प्रेम क्या है
रतिक्रिया-
अथवा आत्मरति
महत्वकांक्षा
घृणा
या व्यापार मानस मंथन का
अथवा पाना स्वयं को दूसरे में
रतिक्रिया-
अथवा आत्मरति
महत्वकांक्षा
घृणा
या व्यापार मानस मंथन का
अथवा पाना स्वयं को दूसरे में
सुनो-सुनो
मैं भुजा उठाकर कहता हूँ;
सुनो, प्रेम है
लघुत्तम समापवर्त्य
इन सबका
*
- रतिक्रिया: स्त्री आदि के साथ पुरुष आदि का समागम
- आत्मरति (नारसिसिज्म अथवा नारसिज्म): व्यक्ति का स्वयं के प्रति असामान्य कामात्मक प्रेमभाव
- मानस मंथ: अंतःकरण में अनेक वृत्तियों तथा भावों का विश्लेषण
- लघुत्तम समापवर्त्य: अंकगणित में दो पूर्णांकों a तथा b का लघुत्तम समापवर्त्य (lowest common
multiple - lcm) उस सबसे छोटी धनात्मक पूर्णांक संख्या को कहते हैं जो a
तथा b दोनो से विभाजित हो सके।
~ विष्णु प्रभाकर
September 21, 2014
~ विष्णु प्रभाकर
September 21, 2014
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