बोसा देते नहीं, और दिल पे है हर लहज़ा निगाह
जी में कहते हैं कि मुफ्त हाँथ आए तो माल अच्छा है !
*बोसा=चुंबन; हर लहज़ा=हर घड़ी
~ 'ग़ालिब'
June 22, 2013 | e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
जी में कहते हैं कि मुफ्त हाँथ आए तो माल अच्छा है !
*बोसा=चुंबन; हर लहज़ा=हर घड़ी
~ 'ग़ालिब'
June 22, 2013 | e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
No comments:
Post a Comment