और एक सदाबहार शेर:
Dec 18, 2012| e-kavya.blogspot.com
Submitted by: Ashok Singh
हम तुम मिले न थे तो जुदाई का था मलाल
अब ये मलाल है कि तमन्ना निकल गई
अब ये मलाल है कि तमन्ना निकल गई
~ जलील मानिकपुरी
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