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Monday, March 30, 2015

आज तुम से बिछड़ रहा हूँ


आज तुम से बिछड़ रहा हूँ
आज कहता हूँ फिर मिलूँगा तुम से
तुम मेरा इंतज़ार करती रहो
आज का ऐतबार करती रहो

लोग कहते हैं वक़्त चलता है
और इंसान भी बदलता है
काश रुक जाये वक़्त आज की रात
और बदले न कोई आज के बाद

वक़्त बदले, ये दिल न बदलेगा
तुम से रिश्ता कभी न टूटेगा
तुम ही ख़ुश्बू हो मेरी साँसों की
तुम ही मंज़िल हो मेरे सपनों की

लोग बोते हैं प्यार के सपने
और सपने बिखर भी जाते हैं
एक एहसास ही तो है ये वफ़ा
और एहसास मर भी जाते हैं

~ सुदर्शन फ़ाकिर


   Feb 24, 2013| e-kavya.blogspot.com 
   Submitted by: Ashok Singh

2 comments:

  1. Pyaar me koi dil tod deta hai
    Dosti me koi Bharosa tod deta hai
    Zindagi Jeena to koi gulab se seekhe
    Jo Khud toot kar do dilon ko jod deta hai…

    - Diksha Rose

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  2. Diksha ji,
    गुलाबों की बात छेडी है, तो ये बस आप के लिये.....!

    आज और कल हों बस गुलाब की बातें
    हमारे और तुम्हारे बस प्यार की बातें
    गर उतर गए ख़ुशबूओं की तह तक हम
    तो उम्र भर होती रहेंगी खुमार की बातें !

    ~ E-Kavya

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