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Tuesday, March 31, 2015

मैं ही बौरी विरह बस

मैं ही बौरी विरह बस, कै बौरो सब गाँव।
कहा जानि ये कहत हैं, ससिहिं सीतकर नाँव।।

मैं ही पागल हूँ या सारा गाँव पागल है। ये कैसे कहते हैं कि चन्द्रमा का नाम
शीतकर यानी कि शीतल करने वाला है?

~ बिहारी (बिहारी सतसई)


  Jan 12, 2013| e-kavya.blogspot.com
  Submitted by: Ashok Singh

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