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Saturday, November 22, 2014

तेरे वादे पे कहाँ तक

तेरे वादे पे कहाँ तक मेरा दिल फरेब खाये
कोई ऐसा कर बहाना, मेरी आस टूट जाये !

~ नामालूम

   Nov 18, 2013 | e-kavya.blogspot.com
   Submitted by: Ashok Singh

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