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Thursday, March 5, 2015

तूने ये फूल जो ज़ुल्फ़ों में

तूने ये फूल जो ज़ुल्फ़ों में लगा रखा है
इक दिया है जो अँधेरों में जला रखा है

~ क़तील शिफ़ाई

   Mar 04, 2015 | e-kavya.blogspot.com
   Ashok Singh

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